"दीवाली"
"दीवाली शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है यानि दीवा+वाली, दीवा=दीपक, वाली=बालना=जलाना यानि दीपकों को जलाने की प्रक्रिया को दीवाली शब्द से दर्शाया गया हैं। अतः आप सभी को दीप प्रज्वलित करने की प्रक्रिया यानि दीवाली बहुत बहुत शुभ व् आनंदाई हो।
बाह्य रूप से दीपक जलाना तो एक प्रतीक मात्र है वास्तव में आध्यात्मिक रूप से यदि देखा जाए तो
"आत्म-ज्ञान" रूपी दीपक का स्वम् के भीतर में जलना व् भीतर के प्रज्वलित दीपक के द्वारा अनेको मानवों के हृदयों में "ज्ञान" रूपी दीपकों को जलाने की प्रक्रिया ही वास्तविक दीवाली है।
आप सभी को उच्च-चेतना के 'प्रकाश' से युक्त दीपावली बहुत बहुत मुबारक हो,
"श्री माँ" आप सभी को अनेकानेक 'आंतरिक' दीपकों को प्रज्वलित करने का अवसर प्रदान करें और सम्पूर्ण जगत को 'प्रेम-प्रकाश' से आलोकित करें।"
-------------------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
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