"चिंतनाभिव्यक्ति"
"विद्वान के लिए 'नाम' इज्जत है,
कलाकार के लिए 'पहचान' इज्जत है,
राजा के लिए 'न्याय' इज्जत है,
राजनीतिज्ञ के लिए 'सत्ता' इज्जत है,
कर्मशील के लिए 'काम' इज्जत है,
धनिक के लिए 'धन' इज्जत है,
निर्धन के लिए 'रोटी' इज्जत है,
मध्यम-वर्गीय के लिए 'स्वभिमान' इज्जत है,
जागृत के लिए 'आत्म-सम्मान' इज्जत है,
और ज्ञानी के लिए 'सत्य का साथ' इज्जत है।"
---------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
30-11-2021
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