"Impulses"
1) "In this Creation 'Rakshastv' and Devatv', both the
things goes hand in hand, but the ratio of both the things keep on fluctuating
as per the influence of mental instincts of the Human of present time, since
the beginning of the creation.
The Incarnation of 'God' and Sad-Gurus too are coming on Earth
since Evolutionary Time of Human Being to maintain the Equilibrium between both
the Entity."
("प्रभु की इस रचना में राक्षसत्व व् देवत्व साथ साथ ही कार्य करते हैं, लेकिंग दोनों का अनुपात वर्तमान समय में मानव की मानसिक स्थिति के अनुरूप विभिन्न प्रकार के प्रभावों के अनुसार घटता बढ़ता रहता है यह सिलसिला इस रचना के प्रारम्भ से ही चला आ रहा है।
"ईश्वर" व् "सद्गुरुओं" के अवतरण भी इन दोनों प्रकार के अस्तित्वों में संतुलन बनाये रखने के लिए मानव की उत्क्रांति के समय से ही धरती पर लगातार आते ही रहते हैं।"
2) "The working of a True Human Heart is just like
working of a Connected Net Connection, through which we can send so many
messages and mails to all the Divine Powers for the welfare of the whole
creation, we must never set any notion into our mind that, what can we do
alone,
So never miss to convey any kind of messages to 'Almighty' for
the elimination of the existing Evils as well as for the welfare of Good People through your Heart every day by sparing 5
minutes time. Because 'Almighty' always uses Good People for the Extinction of
Evils."
("एक सच्चे इंसान के हृदय का कार्य एक चालू इंटरनेट कनेक्शन की तरह कार्य करता है जिसके माध्यम से हम इस सम्पूर्ण रचना के कल्याण के लिए कई प्रकार के सन्देश व् मेल्स "परमात्मा की शक्तियों" को भेज सकते हैं।इसीलिए हमें अपने मन में ये धारणा कभी नहीं स्थापित करनी चाहिए कि हम अकेले कुछ नहीं कर सकते।
अतः हमें कभी भी अपने हृदय के द्वारा किसी भी प्रकार के सन्देश को "परमपिता"
तक प्रतिदिन 5 मिनट का समय निकालकर भेजने से नहीं चूकना चिहिए जिससे वर्तमान में स्थिति नकारात्मकता का समापन हो सके और साथ ही अच्छे व् भले लोगों का कल्याण हो सके।
क्योंकि "परमात्मा"
नकारत्मकताओं को समाप्त करने के लिए अच्छे लोगों का सदा इस्तेमाल करते हैं। "
-------------------------------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
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