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'बड़े साहेब की कथनी और वास्तव में करनी”
2014 से पहले का सीन और वर्तमान सीन:-
देश की वर्तमान हालातों को देखते हुए भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री जी की कुछ बाते जहन में गूंज रही हैं।
1.2014 से इनके द्वारा हर सभा में चिल्ला चिल्ला कर कहा जाता था पिछली सरकार ने 60 साल में क्या किया,
वर्तमान काल के हालात ये हैं कि जो भी पिछली सरकारों ने किया था वो मात्र 5.5 सालों में हर स्तर पर बुरी तरह बर्बाद कर दिया गया।
2.हमारी सरकार जब आएगी तो अच्छे दिन आएंगे,
वर्तमान समय के हालात यह हैं कि हमारे देश के नागरिक अच्छे दिन का शब्द तक भूल चुके हैं।केवल हमें 100 दिन दें दें, यदि कुछ नहीं कर पाए तो किसी भी चौराहे पर खड़ा करके जो चाहे सजा दे देना,
वास्तव में हम पिछले 63 महीनों से प्रतीक्षा कर रहे हैं कि किस चौराहे पर साहेब अपनी सजा को मुकर्रर करवाने के लिए आएंगे।
3.यदि कुछ अच्छा नहीं कर पाए तो झोला उठा कर हम तो वापस चले जायेंगे,
हमारे देश के अधिकतर नागरिक उनके इस जुमले को पूरा करने की बड़ी बेताबी से प्रतीक्षा कर रहे हैं कि साहेब कब झोला उठा कर जाएं और हमारा देश चैन की सांस ले सके।
4.लम्बी लम्बी लिस्ट विदेश में जमा काले धन वालों की निकाली जाती थीं,
आज वो लिस्ट कहां खो गईं हैं, लिस्ट में शामिल लोगों का अब नाम तक लिया नहीं जाता है।
5.और कहा जाता था कि जैसे ही हमारी सरकार बनेगी हम काला धन विदेश से लाएंगे,
विदेश से तो क्या धन आया बल्कि उसके स्थान पर हमारे देश के लोगों का सफेद धन तक नोटबन्दी के नाम पर लूट लिया गया।
और नोट बदलने की अत्यंत तकलीफ देह प्रक्रिया में 200 बुजुर्गों की जान गई जिस पर इस संवेदना हीन प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी आज तक मुख से नहीं निकाला।
साथ ही उन 50 दिनों में लगभग 140 नियम बदले गए जिससे सभी जगह अनेको प्रकार के भ्रम उत्पन्न हुए।
सारी कवायद व्यर्थ गई क्योंकि सारा का सारा धन वापस बैंकों में वापस आ गया,बल्कि नए नोट छापने में हजारों करोड़ रुपये बर्बाद हुये।
6.बड़ा यह कह कह कर उछलकूद मचाई जाती थी कि पिछली सरकार के सारे भ्रष्टाचारियों
को जेल में डालेंगे,
इतने सारे भ्रष्टाचारियों के बारे में बोला गया था उनमें से अभी तक किसी पर भी कोई अभियोग सिद्ध तक नहीं हुआ है। और न ही किसी को सजा हो हुई है और न ही कोई सजा याफ्ता मुजरिम ही साबित हुआ है।
हां लालू यादव जरूर जेल में हैं क्योंकि उन्होंने इन गंगा से भी ज्यादा पवित्र साहेब की पार्टी का साथ देने से मना कर दिया था।
7.गरीबों के बैंक में 15-15 लाख डाल दिये जायेंगे,
गरीबों के बैंक में तो क्या पैसे आ पाए बल्कि उनके तो रोजगार ही छीन कर उन्हें सही रोजी-रोटी के लिए भी तरसा दिया।
8.पिछली सरकार के द्वारा GST प्रोपोज करने पर इसकी जम कर आलोचना की जाती थी,
और इसके विपरीत पिछली पार्टी के कर की दर(12%) से दुगने से भी ज्यादा (28%) की GST व्यापारियों पर थोप दी गयी। जिसमें अभी तक 400 से ज्यादा नियम बदले जा चुके हैं पर अभी भी इसका सॉफ्ट वेयर तंग करता है।
जिससे 99% आम व्यापारी व व्यवसायी को इसके जरिये टैक्स जमा कराने में IT Expert की मदद लेनी पड़ रही है जिससे हरेक का लगभग 1500/- से लेकर 3000/- महीना तक का खर्च बढ़ गया है।
9.आधार कार्ड को नागरिकों के अधिकारों का हनन बताया जाता था,
इसे अपने काल मे सब पर जबरन थोप दिया गया। इसके कारण अनेको प्रकार के फ्राड होने लगे हैं और आम लोगों को हानि उठानी पड़ रही है।
10.मनरेगा को रात दिन कोसा जाता था, और अब उसी की दुहाई दी जा रही है।
11.GDP व रुपये के जरा सा भी गिरने पर भाषणों में खूब हो हल्ला किया जाता था,
और इनके बड़े नेता "श्री सुब्रहमनियम स्वमी" जी के द्वारा बताया जा रहा है कि वास्तव में आज के GDP मात्र 1.5% प्रतिशत है।
जबकि सरकार के द्वारा चतुराई से आंकड़े की जादूगरी के चलते भी GDP 4.5% से ज्यादा नहीं है। और रुपया डॉलर के मुकाबिले 70 का आंकड़ा पार कर गया है।
12.युवाओं की बेरोजगारी के मुद्दे को खूब उठाया जाता था,
परंतु साहेब की सरकार के बनने के बाद जो लोग रोजगार पर लगे हुए थे उनके भी रोजगार चले गए, नौकरियां छूट गई। आज के हालात यह हैं कि बेरोजगारी पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा है।
13.गैस व पेट्रोल की महंगाई का सड़कों पर सिलिंडर रख रख कर खूब रोना रोया जाता था,
आज रसोई गैस पहले के मुकाबिले दुगने रेट पर मिल रही है, और कच्चे तेल के दाम अत्यंत कम होने के वाबजूद भी आज पेट्रोल-डीजल तूलनात्मक स्तर पर काफी महंगा है।
15.प्याज के महंगा होने पर सरकार को लानत भेजी जाती थी,
आज जो प्याज की कीमत है उसने हमारे देश में रिकार्ड बनाया है।
16.EVM को हटाने के लिए इसकी जम कर आलोचना की गई,
एवं 2013 में इनकी पार्टी के बड़े नेता "श्री सुब्रहमनियम स्वामी जी के द्वारा डाली गई याचिका में सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे अविश्वसनीय करार दिया था,
आज EVM में व EVM के द्वारा खूब धांधली करके लगभग हर स्थान पर जीत हांसिल की जा रही है।
जिसके सबूत 2019 के चुनाव में इलेक्शन कमीशन की वेब साइट पर दिखाई दे गए थे। जिसके अनुसार 373 सीटों पर 50 लाख से ज्यादा वोट EVM में पाये गए थे।
17.बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद किया गया,
निर्भया बलात्कार कांड पर कहा गया कि यह दिल्ली 'रेप केपिटल' बन गई है, आज हालात यह है कि शिक्षा के मंदिर तहस नहस किये जा रहे हैं,
और बेटियां व महिलाओं की अस्मत 6 माह की आयु से लेकर 70 साल तक की आयु तक असुरक्षित है। और साहेब की पार्टी के कई नेताओं पर बलात्कार के आरोप हैं, जिन्हें बचाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है।
18.किसानों को उनकी फसल की पूरी कीमत देने के लिए जोर शोर के साथ वादा किया गया था,
आज अधिकतर छोटे किसान बर्बादी की तरफ अग्रसर हैं और वे हजारों की संख्या में आत्म हत्याएं कर रहे हैं।
19.चुनाव से पहले सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास का स्लोगन दिया गया,
और वास्तविक हालात यह हैं कि देश के समस्त नागरिकों के दिलों में भाषणों, IT Cell व मीडिया के जरिये नफरत फैला कर अनेको मुद्दों पर उन्हें लड़वाया जा रहा है।
संसद व राज्य सभा में संख्या बल के आधार पर बिना चर्चा के लिए पर्याप्त समय दिए अनाप शनाप बिल लगातार पास कराए जा रहे हैं।
20.जब साहेब की ताज पोशी की गई थी तब बैंकों का NPA मात्र 2.5 लाख करोड़ के लगभग था, और विश्व बैंक का कर्जा पिछले 2014 से पहले लगभग 54 लाख करोड़ का था,
वो NPA आज बढ़कर 9.5 लाख करोड़ का हो गया है और विश्व बैंक का कर्ज 90 लाख करोड़ तक पहुंच गया है।
यदि इसमें ब्याज भी जोड़ दिया जाय तो यह कर्ज लगभग 112 लाख करोड़ से भी ज्यादा का हो जाएगा।क्योंकि
ब्याज चुकाया ही नहीं गया।
21.पहले RTI कानून का सहारा लेकर पूर्व सरकार के भ्रष्टाचार चुनाव जीतने के लिए उजागर किये,
और अपनी सरकार के कई गुना ज्यादा कई प्रकार के भ्रष्टाचारों को ढकने के लिए RTI कानून को बेजान कर दिया।
22.मेक इन इंडिया, शाइन इंडिया, न्यू इंडिया के नारे बुलंद किये गए थे,
आज यह हालत हैं कि हमारे देश के छोटे बड़े लगभग सभी उद्योग बर्बादी के कगार पहुंच गए हैं, साहेब के चहेते केवल दो-चार ऐसे बड़े घराने हैं जिन्हें सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है।
और इनमें से एक बहुत बड़े व्यापारी विश्व रैंकिंग में लगातार सीढियां चढ़ 7-8 वें स्थान पर जा पहुंचे हैं जो पहले 100 वें पायदान से भी नीचे थे।
क्योंकि जनता का सारा पैसा किसी न किसी जरिये से इन ऊंचे घरानों के पेट में ही उतारा जा रहा है।
इनकी मेहरबानी से आज हमारे देश का 70% धन मात्र 10% लोगों के पास है पहुंच चुका है।हमारे देश के 90% लोग मात्र 30% धन में ही गुजरा कर रहे हैं।
23.चुनाव के पहले महीनों तक 100 स्मार्ट सिटी बनाने व हर सांसद के क्षेत्र में आने वाले ग्रामों को गोद लेने की चर्चा बड़े जोर शोर से चलती रही,
आज उन सभी स्मार्ट सिटीज व गोद लिए गावों के विकास का क्या हुआ, सब चुनाव जीतने के बाद समाप्त हो गया।
इन सभी वादों को पूरा करने में फेल होने की जिल्लत से बचने के लिए लिए आरक्षण, गौ रक्षा, पद्मावती के नाम पर लिंचिंग व दंगों को खूब एनकेश किया गया।
24.उड़ी का लाभ उत्तर प्रदेश चुनाव व पुलवामा का लाभ 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए राष्ट्र वाद जगा कर अच्छे से लिया गया।
25.धारा 370 हटाने के नाम पर काश्मीर की अर्थ व्यवस्था व जन जीवन को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। आज तक वहां कर्फ्यू जैसे हालात हैं व इंटरनेट आज तक चालू नहीं हो पाया है।
26.पहले भारत की जनता को बरगला कर अनेको प्रकार की बेईमानियों के जरिये कई चुनाव जीते गए,
और अब NRC व CAA के जरिये इसी जनता को अपनी नागरिकता सिद्ध करने के लिए मजबूर किया जा रहा है जिसमें पूरा देश झुलस गया है।
और इन सभी के जरिये पुलिस, सेना व प्रशासन को जनता के विरोध में इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे सारे देश में ग्रह युद्ध फैल जाय।
और जनता के शांत प्रदर्शनों में उग्रता फैलवाई जा रही है ताकि जनता का ध्यान सरकार की विफलताओं की ओर से हटकर अपनी नागरिकता सिद्ध करने व संघर्ष में लगा रहे।
और साहब की सरकार गुप्-चुप तरीके से पब्लिक सेक्टर की और भी नवरत्न कम्पनियों व सरकारी संस्थानों को अपने चहेतों को आसानी से बेच सकें।
पहले भी कई सरकारी कम्पनियां को साहेब की सरकार ने जानबूझ कर बर्बाद होने के कगार पर पहुंचवा दिया है।
27.डिजिटल इंडिया का नारा देने वाले साहेब की मनमानी का विरोध करने वाले प्रदर्शन कारी जनता की बातों को रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर 2015 से अब तक 358 बार इंटरनेट बंद किया जा चुका है।
जिससे इंटरनेट कम्पनियों को लाखों करोड़ का नुकसान हो चुका है और भारत की जनता को अनेको परेशानियां उठानी पड़ी हैं।
28.जनता की मेहनत को आसानी से लूटने का एक और जरिया इन साहेब की सरकार अपना रही है,
और वह है अपने चहेते बड़े व्यापारियों को बैंकों से भारी भरकम कर्ज बिना किसी प्रॉपर्टी की गारंटी के दिलवाया जाता है।
और फिर NPA के रूप में उनके कर्जों को माफ करके उनसे बहुत से तरीकों से मोटी मोटी रकमें डोनेशन के रूप में ले ली जाती हैं।
तो एक प्रकार से सरकार ही आम जनता के पैसे लूटने के लिए नए नए हथकंडे अपना रही है जिससे हमारे देश के लोगों की आर्थिक स्थिति निरंतर गिरती ही जा रही है।
इन कर्ज माफियों को संतुलित करने के लिए बैंक अपनी जमा राशियों पर ब्याज की दर लगातार गिराते जा रहे हैं जिसके कारण रिटायर्ड व बूढ़े लोगों के जीवन यापन करने के लिए प्रश्न खड़ा हो गया है।
29.साहेब व साहेब की सरकार की गलत नीतियां, जो येन केन प्रकारेण के सिद्धांत पर कार्य करती हैं,
के चलते सारी न्याय व्यवस्था व मीडिया को मैनेज कर लिया गया है।
यहां तक कि पिछले साहेब के कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट के जजों के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करके जनता को यह बता दिया गया था कि इस देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है।
जिसके कारण सुप्रीम कोर्ट के स्तर पर भी सरकारी मशीनरी का दवाब बढ़ता जा रहा है जिससे सरकार के विरोध में न तो सही तथ्य आ पा रहे हैं।
और न ही सरकार की गलत नीतियों के विरोध में कोई आदेश की पारित हो पा रहा है।
30.वास्तव में इन सभी नकारात्मक कार्यो के पीछे एक बहुत ही कुटिल उद्देश्य छुपा हुआ है,और वो है:-
देश के हिंदुओं को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के स्थान पर हिन्दू राष्ट्र बनाने का स्वप्न दिखाकर हर वर्ग व धर्म के लोगों को आपस में लड़वाया जाय।
इनकी एकता, सौहार्द, भाई चारे,आपसी विश्वास को खंडित कर सभी को आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया जाय है।
ताकि हर प्रकार से टूटी फूटी आम जनता पर राज किया जा सके। क्योंकि गरीब जनता से गुलामी करवाना अत्यंत आसान होता है।
यही कार्य आंग्रेज़ों ने East India Company के माध्यम से हमारे देश को परतंत्र बनाने के लिए किया था।
और आज यह कार्य हमारी वर्तमान सरकार अडानी, अम्बानी आदि बड़े व्यापारियों के जरिये करना चाह रही है।
कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकलता है कि जबसे इन साहेब की सरकार आयी है तब से हमारे देश में एक मनहूसियत सी छा गई है जो हमारे देश की खुशहाली को प्रतिदिन लीलती जा रही है।
8 नवंबर 2016 से एक के बाद एक आफतें अपनी सनक व विकृत उद्देश्यों को पूरा करने हमारे देश की जनता के लिए अनेको रूपों में लगातार खड़ी करते जा रहें हैं।
हमारे देश की जनता चैन से सांस भी से नहीं ले पा रही है, और हर स्तर पर परेशान हो रही है।
पता नहीं हमारे देश का भाग्य कैसा है, पहले मुगलों ने राज किया, फिर आंग्रेज़ों ने इसको तबाह किया और अब ये लोग उनके पद चिन्हों पर चलकर इस देश को किसी न किसी मुद्दे के जरिये पूरी तरह बर्बाद करते ही जा रहे हैं।
अपने देश की बदहालगी को देख कर अक्सर ह्रदय अत्यंत पीड़ित होता है। कई बार रोष आता है और कई बार ऐसे नकारात्मक लोगों के लिए क्रोध भी उत्पन्न होता है।
और इस दिल से हमारे देश के लोकतंत्र, शांति, प्रेम, सौहार्द व विश्वास को खंडित करने वाले समस्त दुष्टों के लिए ढेरो बदुआएँ निकलने लगती हैं।
जबकि "श्री माता जी" ने कहा है कि आप किसी को बदुआ नहीं दे सकते, फिर भी इस ह्रदय से ऐसे लोगों के लिए स्वतः ही बदुआएँ निकलने लगती हैं।
हम व्यक्तिगत रूप से कुछ कर पाएं या न कर पाएं किन्तु एक शक्ति हम सभी के सानिग्ध्यय में उपलब्ध है और वह है "परमेश्वरी शक्ति" जो सभी कुछ कर सकतीं हैं।
तो उपरोक्त तथ्यों से सहमत होने वाले सभी साधक/साधिकाओं से इस चेतना का अनुरोध है।
कि हम सभी ध्यान में जाएंगे और अपने मध्य ह्रदय के प्रेम व शक्ति को अपने सम्पूर्ण देश व देश वासियों के ह्रदय में 8-10 मिनट तक प्रवाहित करेंगे जब तक भी हमारे यंत्र में गर्मी का अनुभव होता रहे।
साथ ही "श्री महाकाली" से ऐसे सभी दुष्टों, गद्दारों व देशद्रोहियों के सर्वनाश व समूल खात्मे के लिए प्रार्थना करेंगे।
"श्री महालक्ष्मी" व "श्री कुबेर" से निवेदन व प्रार्थना करेंगे कि हमारे देश की आर्थिक सम्पन्नता को बनाये रखें व हमारे देश में कोई भी नागरिक भूख व आर्थिक आधार पर प्रताड़ित व पीड़ित न हो पाए।"
●अंत में एक प्रश्न सभी से, क्या दो लोग 135 भारतीयों के भाग्य-विधाता व भविष्य-निर्धारण कर्ता बन सकते हैं ?
जरा जहां ध्यान में उतरकर, "श्री माँ" से प्रश्न करते हुए गम्भीरता से चिंतन करते हुए अपने ह्रदय से जानने का प्रयास कीजियेगा। ●
----------------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
19 December 2019
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