"धन"
"धन हमारे सांसारिक जीवन के लिए अति आवश्यक संसाधन है इसकी कमी से हम काफी कष्ट महसूस करते हैं।
अतः अपनी आवश्यकतानुसार 'प्रचुर' मात्रा में धनार्जन करना चाहिए।
किन्तु ध्यान रहे कि इस धन को अर्जित करने के लिए किसी भी प्रकार का अनैतिक कार्य न करें और न ही किसी के धन को छल,बल,बेईमानी व धोखे के जरिये छीने/लूटें।
अन्यथा यह धन 'अलक्ष्मी' को आकर्षित करेगा जो विष के रूप में परिवर्तित होकर आपके जीवन के सुख,शांति,सन्तोष,बरकत,व स्वास्थ्य को लील जाएगी।
और आप इसी जन्म में हर प्रकार की परेशानी में लगातार घिरते ही चले जायेंगे,और हो सकता है आपको पाई पाई के लिए मोहताज भी होना पड़े।
जितने भी भिखारी हमें सड़क पर भीख मांगते नजर आते हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने अपने पूर्व जीवन में छल किया है अथवा जम के कामचोरी की है।
वास्तव में पूर्ण निष्ठा, मेहनत,लगन व ईमानदारी से कमाया गया धन ही 'श्री लक्ष्मी' को आपके घर सदा के लिए बसने के लिए आमंत्रित करता है जो आपको हर प्रकार की समृद्धि,खुशहाली,संम्पन्नता व आनंद प्रदान करती हैं।"
---------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
07-11-2020