"Impulses"
1) “When and until we think that this Life is Ours then we
have to suffer a lot from different kinds of curses in so many ways and when we
realize that this life belongs to ‘Him” only then we feel the shower of
blessings upon us in countless ways.”
("जब तक हम सोचते रहते हैं कि ये जीवन हमारा है तब तक हम अनेको प्रकार के अभिशापों की पीड़ा को विभिन्न प्रकार से अपने भीतर महसूस कर तड़पते हुए जीवन यापन करते हैं, और जब हम ये महसूस करते है ये हमारा जीवन 'परमात्मा' की अमानत है तोा सदा अपने ऊपर 'परमपिता' के प्रेम के आशीर्वाद रूपी वर्षा को अपने अस्तित्व पर अनगिनत रूपों में बरसते हुए आभासित करते रहते हैं।")
2) “Some of us spend our whole life in collecting so many
worldly articles like and Ant collects and stores its food irrespective of
actual need.
Do we ever think sometimes that a Highly Evolved Creature like
Human is leading a life of an ant, which has the lowest level of Awareness.
The day often comes and all the collected food and ant sweeps
away in a Flood.”
("हम में से कुछ लोग अकसर अपना पूरा जीवन अनेको प्रकार के भौतिक सुख-साधनों को एकत्रित करने में ही गवां देते हैं।
जैसे एक एक चींटी पूरा अपना जीवन अपने लिए खाद्य पदार्थों के संग्रह में ही बिता देती है चाहे इतने ज्यादा भोजन को इक्कठा करने की उसे जरुरत भी न हो।
क्या हम कभी ये सब सोचते हैं कि सबसे उच्च उत्क्रान्तित अवस्था को प्राप्त हुआ मानव मात्र एक चींटी की चेतना के स्तर पर ही अपना जीवन यापन कर रहा है।
अक्सर एक दिन ऐसा आता है कि चींटी के द्वारा एकत्रित किया हुआ सारा भोजन व् स्वम् चींटी भी बाढ़ के पानी में बह जाते हैं।")
3) “The feeling of Prosperity and Adversity is nothing but a
state of our mind because of evaluation, analysis, and comparison, but feeling
of Joy is beyond all mental calculation which can existed even in the worst
situation and circumstances.”
("सम्पन्नता और विपन्नता का एहसास हमारे मन की मात्र एक स्थिति ही है जो तूलना , विश्लेषण और परिस्थियों की नाप तौल से उत्पन्न होती है। लेकिन आनंद की अनुभूति तो हमारे मन की समस्त जोड़ घटाने की क्षमता से भी परे की होती है जो हर प्रकार की बुरी से बुरी एवं खराब से खराब स्थिति और परिस्थितियों में भी बनी रहती है।
"
---------------------------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
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