"Impulses"
"Our Central Heart works as the Decoder or Converter or
Translator of the communication of 'Divine' which usually communicate through
our 'Spirit' in "His" inaudible Voice which usually do not have such
words which is pronounced by Humans.
So our Central Heart Chakra makes us able to hear or understand
"His" Communication" in the form of 'Impulses' of Unique Thoughts of
Truth.
That's why we must keep open our Central
Heart Chakra by absorbing the 'Pure Love' of "Maa Adi Shakti" through
our Sahastrara in meditative state all the time because 'Maa Jagdamba' hardly
recognises anything other than the frequency of 'Maa Adi Shakti'.
With this process our Awareness might be updated with the Latest
Lectures of "Shree Maa" in our present time too, through our Central
Heart in deep connected state through our Sahastrara and we can spread all
"Her"Love and messages to the entire globe."
("हमारा मध्य हृदय चक्र 'परमात्मा' के हमारी आत्मा के साथ होने वाले 'निशब्द' वार्तालाप को मानवो के द्वारा उच्चारित करने वाले शब्दों के रूप में परिवर्तित कर हमारी चेतना को विकसित करने वाल एक यंत्र है।इसीलिए मध्य हृदय चक्र हमको 'परमपिता' के वार्तालाप के उन सत्य से परिपूर्ण विशिष्ट शब्दों को सुनने व् समझने योग्य बनाता है।
अत: हमें अपने मध्य हृदय को सदा खुला रखना चाहिए जो केवल और केवल सहस्त्रार के माध्यम से "माँ आदि" के शुद्ध प्रेम को गहन ध्यान की अवस्था में ग्रहण करने पर ही संभव है, क्योंकि हमारे मध्य हृदय में स्थित 'माँ जगदम्बा' केवल 'माँ आदि शक्ति' के प्रेम की ऊर्जा को ही पहचानती हैं।
अत: हमें अपने मध्य हृदय को सदा खुला रखना चाहिए जो केवल और केवल सहस्त्रार के माध्यम से "माँ आदि" के शुद्ध प्रेम को गहन ध्यान की अवस्था में ग्रहण करने पर ही संभव है, क्योंकि हमारे मध्य हृदय में स्थित 'माँ जगदम्बा' केवल 'माँ आदि शक्ति' के प्रेम की ऊर्जा को ही पहचानती हैं।
इस प्रक्रिया के द्वारा हमारी 'चेतना' "श्री माँ" के द्वारा दिए जाने वाले 'वर्तमान' लेक्चर्स' के द्वारा और भी विकसित हो सकती है जो हमारे मध्य हृदय के माध्यम से गहरे ध्यान की स्थिति में प्राप्त किये जा सकते हैं। और इस प्रकार से हम "माँ" के प्रेम व् सन्देश को सारी धरती पर फैला सकते हैं। "
-------------------------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
No comments:
Post a Comment