"उद्धार-भूमि"
"कई बार अपने देश के कुछ लोगों की राक्षसी/पैशाचिक/शैतानी/अभद्र/नीचतापूर्ण हरकतों को देखकर बड़ा ही अफसोस व हैरानी होती है कि हमारे स्वर्ग जैसे देश में इतने बेईमान व गिरे हुए लोग कहाँ से आ गए।
जबकि हमारा देश अत्यंत महान देश है क्योंकि यहां सबसे ज्यादा सद्गुरुओं,सन्तों,ऋषियों व अवतारों ने जन्म लिया जिनकी 'तेजस्विता' व 'उच्च कोटि के ऊर्जा क्षेत्र' 'जीवात्माओं' को मुक्ति की ओर अग्रसर करने में मदद करते हैं।
*इसीलिए शायद पूरी दुनिया के महाबेईमान/महादुष्ट/महालोभी/महाक्रूर/महास्वार्थी/महाझूठे/महादगाबाज/महाअनैतिक/महाढ़ोंगी/महानीच/महाकपटी/महालुच्चे/महाअहंकारी/महालुटेरे/स्वांग धरने में माहिर/मक्कारों/सत्तापिपासुओं/बलात्कारियों
व गुलामों की 'जीवात्माएं',*
*मृत्युपरांत अपने सभी कुकर्मों व पापों के परिणाम स्वरूप मिलने वाले भयंकर कष्टों से निजात पाने व अपनी मुक्ति का प्रबंध करने के लिए "परमपिता" से सच्चे पछतावे की अग्नि में जलते हुए गुहार लगाती हैं।*
*तो "करुणामयी परमेश्वर" यहां के अच्छे/सच्चे/ईमानदार व प्रेममयी लोगों की संगति देने के लिए उनको, उनके कर्म सुधारने का अवसर देने की वजह से भारत की 'पवित्र भूमि' पर जन्म दे देते हैं।*
किन्तु उनके पूर्व जीवनो की नकारात्मक प्रवृतियों व स्वभाव का पूरा प्रभाव उनके इस जन्म में भी बना रहता है जिसके कारण हमारे देश के उच्च दर्जे के लोगों को अत्यंत कष्ट उठाने पड़ते हैं।"
----------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
14-12-2020
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