"देसी अंग्रेजों का निरंकुश शासन "
"हमारे देश की आजादी का आंदोलन जब चलना प्रारम्भ हुआ था तब ब्रिटिश हुकूमत भी बड़ी बर्बरता व चालाकी के साथ हर रास्ता अपना कर हर प्रकार के आंदोलन को विफल करने का भरसक प्रयास करती थी।
यहां तक कि हमारे ही देश के लोगों के द्वारा,जो उनकी सेना व पुलिस में नौकरी किया करते थे,हमारे ही देश की जनता पर जुल्म ढाए जाते थे।
*लेकिन एक समय ऐसा आया जब 1857 में उनकी ही सेना में भर्ती हमारे क्रांतिवीर मंगल पांडे ने विद्रोह कर दिया जिसकी ज्वालायें पूरे देश में उठनी प्रारम्भ हो गईं।*
*90 सालों तक जी जान से संघर्ष करने, अनगिनत कुर्बानियां देने व लाखों लोगों का खून बहाने के बाद भारत के नागरिकों को आजादी मिली थी।*
*तब भी हमारे क्रांतिवीरों को यह देख कर बेहद अफसोस होता होगा कि हमारे ही देश के कुछ लोभी,चाटूकार,गद्दार व नैतिक रूप से गिरे हुए लोग क्रांतिवीरों
के खिलाफ ब्रितानी हुकूमत की साजिशों व दमनकारी नीतियों को सफल बनाने में उनका सहयोग किया करते थे।*
*अब देखना यह है कि यह क्रांति कितने काल तक चलेगी ? कितनी शहादतें लेगी, कितना लहू मांगेगी ? इसके चलते कितने गद्दार, मानसिक गुलाम बेनकाब होंगे ?*
*ये देसी अंग्रेज कब तक हमारे देश व हमारे देश के नागरिकों को झूठ,फरेब,जुमलों,षड्यंत्रों व गलत नीतियों के द्वारा लूट लूट कर खाते रहेंगे ?*
"कितने निर्दोष, ईमानदार व इंसाफ पसंद लोगों की और हत्याएं करेंगे ? अपने जुल्म-ओ-सितम,अत्याचार व गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले कितने लोगों को जेलों में भरेंगे ?*
*कब हमारे देश की पुलिस, सुरक्षा बल व हमारे देश की सीमाओं के रक्षा प्रहरियों में से सत्य व न्याय के रक्षक इनकी बर्बरता,दमन,निरंकुशता,तानाशाही के खिलाफ विद्रोह करेंगे ?*
*कब एक बार फिर से हमारे देश के उच्चकोटि के सच्चे व अच्छे देश भक्त संगठित होकर इन काले अंग्रेजों को खदेड़ कर देश से भगा कर हमारे देश में राजनीति से इतर देश को चलाने के लिए एक नई व्यवस्था स्थापित करेंगे ?*
*जिससे हमारे देश के सभी नागरिक इसी देश में आपसी भाई-चारे, सौहार्द, सम्मान, सहयोग,सम्पन्नता, प्रेम व शांति के साथ रह सकें व हमारे देश को वास्तविक रूप में विश्व गुरु बनाते हुए 'सर्वश्रेष्ठ' लोकतंत्र के रूप में स्थापित कर सकें।*
*ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इतिहास एक नए अंदाज में अपने को फिर से दोहराने जा रहा है।*
"परमपिता परमेश्वर" से यह चेतना द्रवित हॄदय,अपार श्रद्धा, अनन्य भक्ति व निशर्त समर्पित भाव के साथ प्रार्थना करती है,
कि हमारे देश को बर्बाद करने वाले समस्त षड्यंत्रकारियों, लोभियों, नराधमो,नरपिशाचों,देशद्रोहियों का सर्वनाश कर दीजिए।
ताकि हमारे देश व देश के समस्त अच्छे व सच्चे नागरिक आत्मसम्मान के साथ अपनी आजीविका अर्जित करते हुए अमन-चैन से रह सकें जो पिछले चंद वर्षों में ही तेजी के साथ नष्ट होता जा रहा है।"
जय हिन्द..................वन्दे................मातरम्
---------------------------------Narayan
"Jai Shree Mata Ji"
29-01-2021
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