Wednesday, February 9, 2022

"Impulses"--570-- "प्रत्येक जीवात्मा भिन्न उद्देश्य के लिए जन्मी है"

 "प्रत्येक जीवात्मा भिन्न उद्देश्य के लिए जन्मी है"


"विश्व के कोने कोने से हम सभी की 'जीवात्माएं' मानव देह में उपस्थित होकर किसी भी परिवार के सदस्यों के रूप में बारम्बार जन्म लेती रही है।

इसीलिए एक ही परिवार का सदस्य होने के वाबजूद भी हम सभी का स्वभाव,रुचि,समझ, पसंद-नापसन्दगी,आदतें,कार्य, कार्य-शैली,चेतना का स्तर,धार्मिकता उद्देश्य काफी हद तक अलग अलग होते हैं।

अतः इस नैसर्गिक भिन्नता का सम्मान करते हुए हम सभी को अपने अपने परिवार के सभी सदस्यों का हृदय से सम्मान करना चाहिए चाहे कोई आयु में बड़ा हो अथवा छोटा।

*वास्तव में "परमेश्वरी" ने हम सभी को एक दूसरे की जीवात्मा का आदर करते हुए एक दूसरे की 'चेतना' को सांसारिक आध्यात्मिक रूप से विकसित होने में मदद करने के लिए ही एक परिवार के रूप में जन्म दिया है।*

इसीलिए एक दूसरे की चेतना पर अपनी इच्छा, धर्म,रीति-रिवाज,संस्कृति अपने संस्कार जबरन लादकर एक दूसरे की 'जीवात्मा' को कभी भी कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए क्योंकि यह "ईश्वरीय" विधान के विपरीत होता है।"


-------------------------------------------Narayan

"Jai Shree Mata Ji"


21-11-2020

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