Monday, February 28, 2022

"Impulses"--576-- "आत्मज्ञानार्पण"

 "आत्मज्ञानार्पण" 


"यदि कोई साधक/साधिका अपने हृदय से प्रस्फुटित होने वाले चिंतन/अनुभूति को "श्री माता जी" की फोटो के साथ पोस्ट कर देते हैं।

*तो कुछ गिने चुने सहज अनुयाइयों को ऐसे बुरा लगता है मानो "श्री माता जी" ने 'अपने ज्ञान अपने फोटो की वसीयत केवल उनके ही नाम कर रखी हो।*

ये लोग अक्सर आक्षेप लगाते रहते हैं कि,'अमुक साधक/साधिका सहजियों को "श्री माता जी"/सहजयोग के नाम पर गुमराह कर रहा है,"उनकी" फोटो का प्रयोग अपने विचारों को पोस्ट करने के लिए कर रहे हैं।

"श्री माता जी" के फोटो के साथ केवल "उनकी" ही वाणी तिथि, वर्ष, स्थान प्रमाण के साथ ही पोस्ट करनी चाहिए, कोई भी सहजी किसी के वक्तव्यों का अनुसरण करे,सभी को केवल "श्री माँ" की ही बातें सुननी/पढ़नी चाहिए,आदि आदि।

*ये सभी बातें लिखते हुए ऐसे तथाकथित सहजी यह भी समझ नहीं पाते कि' हो सकता है कोई साधक/साधिका अपने अन्तःप्रवाह/आंतरिक कमाई को "उनकी" फोटो पर अर्पित कर रहा हो।*

*आखिर जो भी हमारे भीतर में 'आत्मज्ञान' प्रस्फुटित होता है उसका स्त्रोत तो केवल और केवल "श्री माँ" ही हैं।*


-------------------------------------Narayan

"Jai Shree Mata Ji"


28-11-2020

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