Friday, February 25, 2022

"Impulses"--575-- "अप्राकृतिक संतति अंततः कष्टकारी ही होती है "

 "अप्राकृतिक संतति अंततःकष्टकारी ही होती है"


"ऐसा बहुतायत में देखा गया है कि स्वाभिक रूप से उचित चिकित्सा के वाबजूद भी जिन दम्पत्तियों के लंबे काल तक सन्तान नहीं हो पाती

वे अक्सर अनेको धार्मिक स्थलों स्वयम्भू मन्दिरों, दरगाहों पीरों के चक्कर लगाते रहते हैं। और कई बार सन्तान प्राप्ति के लिए उल्टे सीधे बाबाओं तांत्रिकों के चक्कर तक में पड़ जाते हैं।

यही नहीं वे अक्सर अप्राकृतिक रूप से गर्भधारण की प्रक्रिया से गुजर कर किसी किसी तरह सन्तान की अभिलाषा पूरी करने का पूरा प्रयास करते हैं।

उपरोक्त मन्नतों, तन्त्र-मंत्र के उपयोग विज्ञान की मदद से कुछ दम्पत्ति सन्तान प्राप्त कर अत्यंत प्रसन्न हो जाते हैं, किन्तु उनकी यह खुशी अक्सर पीड़ा में तब्दील हो जाती है।

क्योंकि या तो सन्तान के शरीर में कोई कमी रह जाती है या फिर वही सन्तान उनके अनेको प्रकार के दुखों का कारण बनती है।

*यदि "ईश्वर" ने किसी को स्वाभिक रूप से सन्तानोप्राप्ति से विमुख रखा है तो निश्चित रूप से इसमें दम्पत्ति की जीवात्माओं के लिए कुछ कुछ भलाई अवश्य है।*

*हो सकता है वे उनको इसी जीवन काल में जीवन-मरण के अवश्यभावी जीवन चक्र से मुक्त होने के लिए अवसर प्रदान करना चाहते हों।*


-------------------------------------------Narayan

"Jai Shree Mata Ji"


27-11-2020

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