Friday, April 8, 2022

"Impulses"--591-- "उद्धार-भूमि"

 "उद्धार-भूमि"


"कई बार अपने देश के कुछ लोगों की राक्षसी/पैशाचिक/शैतानी/अभद्र/नीचतापूर्ण हरकतों को देखकर बड़ा ही अफसोस हैरानी होती है कि हमारे स्वर्ग जैसे देश में इतने बेईमान गिरे हुए लोग कहाँ से गए।

जबकि हमारा देश अत्यंत महान देश है क्योंकि यहां सबसे ज्यादा सद्गुरुओं,सन्तों,ऋषियों अवतारों ने जन्म लिया जिनकी 'तेजस्विता' 'उच्च कोटि के ऊर्जा क्षेत्र' 'जीवात्माओं' को मुक्ति की ओर अग्रसर करने में मदद करते हैं।

*इसीलिए शायद पूरी दुनिया के महाबेईमान/महादुष्ट/महालोभी/महाक्रूर/महास्वार्थी/महाझूठे/महादगाबाज/महाअनैतिक/महाढ़ोंगी/महानीच/महाकपटी/महालुच्चे/महाअहंकारी/महालुटेरे/स्वांग धरने में माहिर/मक्कारों/सत्तापिपासुओं/बलात्कारियों गुलामों की 'जीवात्माएं',*

*मृत्युपरांत अपने सभी कुकर्मों पापों के परिणाम स्वरूप मिलने वाले भयंकर कष्टों से निजात पाने अपनी मुक्ति का प्रबंध करने के लिए "परमपिता" से सच्चे पछतावे की अग्नि में जलते हुए गुहार लगाती हैं।*

*तो "करुणामयी परमेश्वर" यहां के अच्छे/सच्चे/ईमानदार प्रेममयी लोगों की संगति देने के लिए उनको, उनके कर्म सुधारने का अवसर देने की वजह से भारत की 'पवित्र भूमि' पर जन्म दे देते हैं।*

किन्तु उनके पूर्व जीवनो की नकारात्मक प्रवृतियों स्वभाव का पूरा प्रभाव उनके इस जन्म में भी बना रहता है जिसके कारण हमारे देश के उच्च दर्जे के लोगों को अत्यंत कष्ट उठाने पड़ते हैं।"

----------------------------------Narayan

"Jai Shree Mata Ji"


14-12-2020

No comments:

Post a Comment